पिता की मौत के बाद पढ़ाने का लिया संकल्प, 200से ज्यादा बच्चों को पढ़ा रहे फ्री
औरंगाबाद में लगातर 11 सालों से जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क शिक्षा देकर अधिकारी और बिहार दरोगा बना रहे हैं. शिक्षक अमित कुमार ने Local18 को बताया कि बचपन में पिताजी के देहांत के बाद पूरा परिवार अभाव में पला बढ़ा. कई- कई दिनों तक रात का भोजन नसीब नही होता था, किसी भी तरह मेरी मां ने हम 4 भाई और 2 बहनों को पढ़ाया. महज 18 वर्ष की आयु से उन्होंने बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था. फिर धीरे-धीरे यह मेरा शौक बन गया. (रिपोर्टः राजकुमार पाठक)
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